Dungarpur District Details in Hindi 2023

Dungarpur District GK History,प्रमुख मेले,महत्‍वपूर्ण तथ्‍यः- नृत्‍य ,बेणेश्‍वर मन्दिर धाम, Dungarpur Important GK Questions in Hindi

Dungarpur District GK History

डुंगरपुर की पहाड़ी की नगरी कहते है

वागड़ क्षैत्र

डुंगरपुर बासवाड़ा

वागड़ क्षैत्र की स्‍थापना- सामन्‍त सिंह ने

डुंगरपुर क्षैत्र की स्‍थापना – डुंगर सिंह व पृथ्‍वी सिंह

बासवाड़ा क्षैत्र की स्‍थापना – जगमाल

  • गुजराती भाषा के शब्‍द -” वागड़ा” से वागड की उत्‍पति हुई

वागड़ का अर्थ- जंगल

डुंगरपुरः– डुंगर सिंह ने 1358 ईस्‍वी में डुंगरपुर नगर की स्‍थापना की

डुंगरपुर राज्‍य की स्‍वतंत्र नींव 1527 ईस्‍वी में पृथ्‍वी सिंह के द्वारा रखी गई ा

वागड राज्‍य की राजधानी – बडौरा

प्रमुख मेलेः-

(1) बेणेश्‍वर मेला– नवाटापुर- माघ पूर्णिमा

(2) रथ उत्‍सवः- डुंगरपुर

(3) मूरला गणेशः- डुंगरपुर

(4) दाउदी बोहरा सम्‍प्रदाय का उर्स- गलिया कोट, मुहर्रम -27

(5) नीला पानी का मेलाः- हाथोड़ा गॉव

(6) बीजवा माता का मेला – आसपुर

महत्‍वपूर्ण तथ्‍यः- नृत्‍य

राड़ – रमण महोत्‍सव डुंगरपुर में आयोजित होता है चैत्र कृष्‍ण प्रतिपदा

पितृ पुजा महोत्‍सवः– डुंगरपुर कार्तिक शुक्‍ल चतुर्दशी

  • देश का प्रथम पूर्ण साक्षर आदिवासी जिला डुंगरपुर है
  • राजस्‍थान में सर्वाधिक लिंगानुपात डुंगरपुर जिले में है (998 लिंगानुपात)
  • सोम- अम्‍बा- कमला परियोजना का सम्‍बन्‍ध- डुंगरपुर जिले में है
  • राजस्‍थान में उदयपुर, डुंगरपुर बॉसवाडा आदि में की जानी वाली झूमिडा खेती को वालरा कहा जाता है
  • स्‍वर्ण भण्‍डारः- (1) जगपुरा- भूकिया, (2) फादर की पाल, (3) बिच्‍छीवाड़ा, (4) खमेरा
  • गुरू गोविन्‍द गुरूः- भगत आंदोलन (भील आंदोलन)
  • जन्‍म 1858 बांसिया (डुगरपुर) बंजारा परिवार

भोगीलाल भांड्रया धर्म पत्‍नी मणी बहन पाड्रया (वागड का बा /बहन)

वागड का गॉधी, वागड सेवा संघ , वागड सेवा सेवा, डुगरपुर पुजा मण्‍डल 1941

ये दोनो जनजाति की सेवा के नाम से भी जाने जाते है

एक थमिब्‍या महल- डुंगरपुर

निर्माण – शिवनाथ सिंह ने, ज्ञान कंवर की स्‍मृति में

यह 3 मंजिला है

यह शिव जानेश्‍वर शिवालय है

सोम, जाखम नदी, व माही नदी का संगम स्‍थल त्रीवेणी संगम (नवाटापुर गॉव) कहलाता है

बेणेश्‍वर मन्दिर धाम, त्रीवेणी संगम, बेणेश्‍वर मन्दिर/धाम, माघ पूर्णिमा को मेला

संत मावजी ने इस मन्दिर का यहॉ पर खण्डित निर्माण करवाया- मावजी की फतो भूमि शिवलिंग की पूजा

इस मेले को आदिवासियो का कुंभ कहा जाता है

संत मावजी का जन्‍म – साबला गॉव, प्रमुख मन्दिर भी है

वागड़ का धणी

मावजी ने एक सम्‍प्रदाय चलाया- निष्‍कंलक सम्‍प्रदाय की प्रमुख पीठ

राजस्‍थान निर्माण के समय डुंगरपुर राज्‍य का सबसे छोटा जिला

बेणेश्‍वर धाम :- माही, सोम और जाखम नदियों के संगम पर नेवटापारा गॉव के पास स्थित बेणेश्‍वर धाम वनवासियों महातीर्थ है यहॉ पहाड़ी पर प्राचीन शिवालय है इसे महारावल आसकरण ने बनवाया था बेणेश्‍वर धाम का सर्वोपरि महत्‍व मतात्‍माओं के मक्तिस्‍थल के रूप में भी है मावजी महाराज का संबंध सी धाम से है बेणेश्‍वर मेले का शुभारम्‍भ माघ शुक्‍ला ग्‍यारस के शुभ दिन बेणेश्‍वर पीठाधीश्‍वर (वर्तमान में गोस्‍वामी अच्‍यतानन्‍द महाराज) द्धारा बेणेश्‍वर धाम के प्रधान देवालय हरि मंदिर (राधा कृष्‍ण मंदिर) पर सात रंगों वाला ध्‍वज चढ़ा कर किया जाता है जो पूर्णिमा तक चलता है

पारेवा पत्‍थरः– डुंगरपुर, सोमपुरिया जाति, सिलावट

क्षैत्रफल प्रतिमाऍः- राजस्‍थान में सर्वाधिक क्षैत्रफल की पुजा का प्रचलन डुंगरपुर जिले में है

दक्षिण राजस्‍थान- वागड़ क्षैत्र्

देव सोमनाथ मन्दिरः-

देवपुरा गॉव (डुंगरपुर) सोमनदी के किनारे

  • बिना सीमेन्‍ट, चुने व मिटी से निर्मित
  • इस मन्दिर में पत्‍थर में पत्‍थर फसा कर
  • मन्दिर का निर्माण किया गया
  • ये मन्दिर पारेवा पत्‍थरो से निर्मित
  • सोप पुरिया जाति के द्वारा – वास्‍तुकार
  • विजय राजेश्‍वर मन्दिरः- डुंगरपुर
  • गैब सागर झील के किनारे स्थित
  • पारेवा पत्‍थर से निर्मित
  • ये मन्दिर चतुर्भुजाकार आकृति में निर्मित है
  • प्रारम्भिक निर्माणः- महाराजा विजय सिंह
  • पूर्ण निर्माण – महारावल लक्ष्‍मण सिंह

फखरूदीन की दरगाहः-

गलियाकोट (डुंगरपुर)

माही नदी के किनारे स्थित

बोहरा दाउदी समुदाय की प्रमुख पीठ

उर्स- रज्‍जब – 27

गालियाकोट- रमगड़ा उधोग

गवरी बाईः– वागड़ की मीरॉ

निर्माणः- महारावल शिवनाथ सिंह

मूरली मनोहर मन्दिर / मूरला गणेशः- डुगरपुर

निर्माण- महारावल वैरीशाल की रानी शुभ्रकुॅवरी ने

श्री नाथ जी का मन्दिरः-

(गोर्वधन मन्दिर) 1 आसपुर (डुंगरपुर) 2 बल्‍लभ सम्‍प्रदाय का मन्दिर, 3 भगवान कृष्‍ण के बाल अवतार की पुजा

बडौद गॉवः- (वट पद्रक) प्राचीन नाम

वागड़ राज्‍य की प्राचीन राजधानी थी

बडौद- आसपुर- डुंगरपुर

मामा – भांजा का मन्दिर है

नौलखा बावड़ी – डुंगरपुर

निर्माण- प्रेमल देवी ने

  • नौलखा बाग- डुंगरपुर
  • केला बावड़ी- डुंगरपुर
  • जूना महल/ जाना महल- डुगरपुर
  • गैब सागर झील- डुंगरपुर
  • पुजेला झील – डुंगरपुर
  • एडवर्ड सत्‍तम तालाब- डुंगरपुर
  • काली बाई उधान व नाना भाई खाट उधान – डुगरपुर
  • गोबर की हाली- गलियाकोट (डुंगरपुर) की प्रसिद्व है
  • बेलों की छौड – डुंगरपुर

Dungarpur Important GK Questions in Hindi

  • स्थापक का पत्थर मंदिर – यह मंदिर डूंगरपुर में स्थित है। यहां पर पत्थरों की पूजा की जाती है। 
  • गेबसागर – इसका निर्माण गोपीनाथ ने करवाया था। इसे “एडवर्ड सागर बाँध” भी कहा जाता है। इसके पास बादल महल स्थित है। जिसका निर्माण पुंजराज ने करवाया था। 
  • जूना महल – वीरसिंह द्वारा 1939 में डूंगरपुर में निर्मित किया गया। यह महल अपने भित्ति चित्रों एवं शीशों के कार्य हेतु प्रसिद्ध है। 
  • उदयविलास महल – गैवसागर के दक्षिण तट पर उदयसिंह द्वारा शाही परिवार के रहने हेतु इसका निर्माण करवाया गया था।  
  • डूंगरपुर के प्रसिद्ध व्यक्तित्व – भोगीलाल पांड्या, महारावल लक्ष्मणसिंह, डॉ. नगेन्द्रसिंह, गवरी बाई, काली बाई। 
  • डूंगरपुर कलेक्ट्रैट परिसर में राज्य में पहली बार “ड्रेस कोड” शुरू किया गया। 
  • एकमात्र बेणेश्वर महादेव का मंदिर जहाँ खंडित शिवलिंग की पूजा होती है, डूंगरपुर में है। 
  • देश का प्रथम आदिवासी महिला सहकारी निजी बैंक –“बरबुंदनियाँ गांव” (डूंगरपुर) में स्थित है। 
  •  देश व राजस्थान का पूर्ण साक्षर आदिवासी जिला – डूंगरपुर जिला। 
  • राजस्थान में सर्वाधिक अनुकूल लिंगानुपात डूंगरपुर जिले का है। 
  • राजस्थान में अनुसूचित जाति की न्यूनतम जनसँख्या डूंगरपुर जिले में है। 
  • राजस्थान में अनुसूचित जाति का न्यूनतम अनुपात डूंगरपुर जिले में है।
  • राजस्थान का न्यूनतम तापांतर वाला जिला – डूंगरपुर जिला है। 
  • डूंगरपुर में बावड़ियाँ – नौलखा बावड़ी, त्रिमुखी बावड़ी तथा उदय बावड़ी आदि। 
  • उदयशाही सिक्के डूंगरपुर के प्रसिद्ध है। 
  • डूंगरपुर प्रजामण्डल – डूंगरपुर प्रजामण्डल की स्थापना 1944 ईस्वी में भोगीलाल पांड्या (बागड़ का गाँधी) द्वारा की गयी थी। 
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Dungarpur District Details in Hindi

 

आज के इस पोस्ट में हमने “राजस्थान के जिला दर्शन” की श्रृंखला में “डूँगरपुर  जिला दर्शन” को पूरी तरह से कवर करने की पूरी कोशिश की हैं। इसमें डूँगरपुर  का सामान्य परिचय, डूँगरपुर  के उपनाम, 2011 की जनगणना के अनुसार डूँगरपुर  जिले की जनसँख्या/साक्षरता/घनत्व/लिंगानुपात, डूँगरपुर  का क्षेत्रफल, डूँगरपुर  की मानचित्र में स्थिति, डूँगरपुर  में विधानसभा क्षेत्र, डूँगरपुर  के मेले, डूँगरपुर  के प्रमुख मंदिर, डूँगरपुर  के पर्यटन स्थल एवं इसके अलावा जितने भी अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न बन सकते थे, उन सभी को शामिल कर पेश किया गया है। मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी पाठकों को मेरी यह पोस्ट पसंद आयी होगी। आप सभी को यह पोस्ट कैसी लगी आप मुझे कमेंट करके जरूर बताएं।

Dungarpur District Details in Hindi 2023

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